OpenAI जल्द ला सकता है AI-Powered Browser, Google Chrome को देगा टक्कर

OpenAI, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अग्रणी मानी जाती है, अब अपना खुद का ब्राउज़र लाने की तैयारी कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ब्राउज़र पूरी तरह AI से लैस होगा और इसका उद्देश्य यूजर्स को एक एडवांस और स्मार्ट वेब एक्सपीरियंस देना है। इस कदम से OpenAI सीधे तौर पर Google Chrome को चुनौती दे सकती है।

वेबसाइट और ऐप डेवलपर्स से बातचीत

OpenAI ने कई वेबसाइट और ऐप डेवलपर्स से बातचीत शुरू कर दी है। इनमें Condé Nast, Redfin, Eventbrite और Priceline जैसी कंपनियां शामिल हैं। इन डेवलपर्स के साथ OpenAI की बातचीत का उद्देश्य है कि उनके ब्राउज़र को रियल एस्टेट, ट्रैवल, फूड और रिटेल जैसी वेबसाइट्स पर बेहतर सर्च फीचर्स के साथ इंटीग्रेट किया जा सके।

यह योजना OpenAI की SearchGPT टेक्नोलॉजी को और विस्तार देने की दिशा में बड़ा कदम हो सकता है। SearchGPT अभी चैटजीपीटी में मौजूद है और वेबसाइट्स से डायरेक्ट जानकारी लेकर यूजर्स को उत्तर देता है।

अपना ब्राउज़र लाने की वजह

OpenAI के ब्राउज़र लाने की दो मुख्य वजहें सामने आई हैं। पहली, कंपनी चाहती है कि लोग वेब एक्सेस करने के लिए उसके AI-पावर्ड ब्राउज़र का इस्तेमाल करें। इससे ChatGPT के यूजर्स की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। दूसरी वजह यह है कि कंपनी एक नए फीचर पर काम कर रही है जिसे ‘Operator’ नाम दिया गया है। यह फीचर AI एजेंट्स को कॉम्प्लेक्स टास्क पूरे करने में सक्षम बनाएगा।

OpenAI नहीं चाहती कि इस तरह के एडवांस्ड फीचर्स के लिए उसे थर्ड-पार्टी ब्राउज़र्स पर निर्भर रहना पड़े। इसलिए अपना ब्राउज़र बनाने की योजना बन रही है।

सैमसंग के साथ संभावित साझेदारी

इसके अलावा, OpenAI ने सैमसंग के साथ भी बातचीत शुरू की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सैमसंग के डिवाइसेज़ में AI फीचर्स इंटीग्रेट करने के लिए दोनों कंपनियों के बीच साझेदारी हो सकती है। यह डील Apple के साथ OpenAI की साझेदारी जैसी हो सकती है। अगर यह डील होती है, तो OpenAI, सैमसंग और Apple दोनों के AI फीचर्स को पावर करेगा, जो Google Pixel स्मार्टफोन्स के लिए बड़ी चुनौती होगी।

Google से बढ़ता मुकाबला

OpenAI पहले ही Google को सर्च इंजन के क्षेत्र में चुनौती दे रहा है। SearchGPT के ज़रिए OpenAI ने यूजर्स को इंटरनेट से डायरेक्ट जानकारी देने का विकल्प पेश किया है। यह ChatGPT के इंटरफ़ेस में एक ग्लोब के आकार वाले वेब आइकन के रूप में उपलब्ध है।

OpenAI के इन सभी कदमों से यह साफ है कि कंपनी आने वाले समय में टेक्नोलॉजी की दुनिया में बड़ी हलचल मचाने वाली है। अब देखना होगा कि उसका यह नया ब्राउज़र और सैमसंग के साथ पार्टनरशिप Google के दबदबे को कितना चुनौती दे पाते हैं।

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