गूगल क्रोम ने एंड्रॉइड पर स्पीड टेस्ट में मारी बाज़ी, दुगनी रफ़्तार से किया सबको हैरान

गूगल क्रोम, जो दुनिया का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला ब्राउज़र है, ने एंड्रॉइड डिवाइसेज़ पर अपना प्रदर्शन और बेहतर कर लिया है। अब यह स्पीडोमीटर बेंचमार्क टेस्ट में दुगनी रफ़्तार हासिल कर चुका है। यह न केवल तकनीकी क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि एंड्रॉइड यूज़र्स के लिए भी एक बड़ी ख़ुशख़बरी है। इस अपग्रेड के साथ, यूज़र्स को ब्राउज़िंग का अनुभव अब और स्मूथ और तेज़ मिलेगा।

स्पीडोमीटर एक ऐसा टूल है जो ब्राउज़र की परफॉर्मेंस को मापता है। इसमें यह देखा जाता है कि ब्राउज़र वेब पेजों को कितनी तेज़ी और स्मूदनेस से लोड करता है। गूगल ने इस बार अपनी टेक्नोलॉजी को उन्नत किया है और इस बेंचमार्क पर पिछले सभी रिकॉर्ड्स को तोड़ दिया है। यह अपडेट मुख्य रूप से एंड्रॉइड प्लेटफॉर्म को ध्यान में रखकर किया गया है, क्योंकि मोबाइल ब्राउज़िंग का उपयोग दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है।

गूगल ने कैसे हासिल की यह रफ़्तार?

गूगल क्रोम की टीम ने इस बार ब्राउज़र के बैकएंड पर ख़ास काम किया है। इसमें वर्कर थ्रेड्स और बेहतर कोड ऑप्टिमाइजेशन को शामिल किया गया है। वर्कर थ्रेड्स का मतलब है कि ब्राउज़र अब बैकग्राउंड में अलग-अलग टास्क्स को एक साथ बेहतर तरीके से संभाल सकता है। इससे न केवल लोडिंग स्पीड तेज़ होती है, बल्कि ब्राउज़िंग का पूरा अनुभव भी बेहतर हो जाता है।

साथ ही, गूगल ने “JavaScript Engine” में भी बदलाव किए हैं। यह इंजन वेब पेज पर स्क्रिप्ट्स को तेज़ी से प्रोसेस करने में मदद करता है। नए बदलाव के साथ, क्रोम अब कोड को 2x अधिक प्रभावी तरीके से हैंडल कर सकता है। यही वजह है कि स्पीडोमीटर के बेंचमार्क पर क्रोम ने इतना अच्छा प्रदर्शन किया है।

इस नई उपलब्धि के पीछे गूगल का मकसद केवल स्पीड नहीं, बल्कि यूज़र्स को एक निर्बाध अनुभव देना है। यही वजह है कि क्रोम पर वेब पेज अब कम समय में खुलेंगे और स्मूदनेस का अहसास देंगे।

एंड्रॉइड यूज़र्स को क्या फ़ायदा होगा?

यह अपडेट खासतौर पर एंड्रॉइड डिवाइसेज़ को ध्यान में रखकर बनाया गया है। मोबाइल इंटरनेट यूज़र्स के लिए स्पीड बहुत अहमियत रखती है। स्लो ब्राउज़िंग अनुभव न केवल समय खराब करता है, बल्कि इरिटेशन भी पैदा करता है। गूगल क्रोम ने इस समस्या का समाधान निकाल लिया है।

इस नई स्पीड के साथ, यूज़र्स को वेब पेज ओपन करने में कम समय लगेगा। मल्टी-टास्किंग करते समय भी ब्राउज़र की परफॉर्मेंस में कोई कमी नहीं आएगी। इसका मतलब है कि आप एक साथ कई टैब्स खोलकर भी स्मूदली काम कर सकते हैं।

इसके अलावा, नए अपडेट के ज़रिए बैटरी खपत भी कम होगी। बैकएंड ऑप्टिमाइजेशन की वजह से ब्राउज़र अब कम पॉवर का इस्तेमाल करता है। यह उन यूज़र्स के लिए बहुत फायदेमंद है जो लंबे समय तक इंटरनेट ब्राउज़ करते हैं।

यह अपडेट क्यों है बड़ा कदम?

गूगल क्रोम का यह कदम अन्य ब्राउज़र्स के लिए एक चुनौती बन सकता है। जहां एक ओर अन्य ब्राउज़र्स स्पीड और परफॉर्मेंस को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, वहीं गूगल ने इस बेंचमार्क को सेट करके एक नई मिसाल कायम की है।

स्पीडोमीटर बेंचमार्क स्कोर केवल एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह यह दिखाता है कि ब्राउज़र टेक्नोलॉजी किस दिशा में जा रही है। गूगल ने अपनी इस उपलब्धि से यह साबित कर दिया है कि वह केवल यूज़र्स की जरूरतों को समझता है, बल्कि उन्हें बेहतर समाधान भी देता है।

यदि आप एंड्रॉइड डिवाइस पर क्रोम का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको जल्द ही यह अपडेट मिल जाएगा। यह अपडेट ऑटोमेटिक रूप से रोल आउट किया जा रहा है।

गूगल क्रोम का यह कदम निश्चित रूप से ब्राउज़िंग के भविष्य को और बेहतर बनाएगा। स्पीडोमीटर जैसे बेंचमार्क पर अच्छा प्रदर्शन केवल एक शुरुआत है। गूगल की टीम लगातार टेक्नोलॉजी को अपग्रेड कर रही है और यूज़र्स के लिए बेहतरीन अनुभव लाने की कोशिश कर रही है।

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