गूगल ने अपने सर्च रिजल्ट्स में बदलाव की योजना बनाई है, ताकि यूरोप में प्रतिस्पर्धा से जुड़ी शिकायतों को दूर किया जा सके। कंपनी पर आरोप है कि उसके प्लेटफॉर्म पर छोटे प्रतिद्वंद्वियों की वेबसाइट्स को कम ट्रैफिक मिल रहा है। यह मामला यूरोपीय संघ के नियामकों की जांच के केंद्र में है।
डिजिटल मार्केट्स एक्ट का दबाव
यूरोपीय संघ के डिजिटल मार्केट्स एक्ट (Digital Markets Act – DMA) के तहत गूगल को अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को प्राथमिकता देने से रोका गया है। पिछले साल लागू हुए इस कानून का उद्देश्य बड़े तकनीकी दिग्गजों की ताकत को काबू में रखना है।
गूगल, दुनिया का सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन, लगातार प्राइस-कम्पैरिजन साइट्स, होटल, एयरलाइन्स और छोटे खुदरा विक्रेताओं की मांगों को पूरा करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, हाल ही के बदलावों से होटल और एयरलाइन्स जैसे सेक्टर्स ने दावा किया कि उनकी डायरेक्ट बुकिंग क्लिक्स में 30 प्रतिशत की गिरावट आई है।
गूगल का प्रस्तावित समाधान
गूगल ने मंगलवार को एक ब्लॉग पोस्ट में अपने नए प्रस्तावों की घोषणा की। गूगल के लीगल डायरेक्टर, ओलिवर बेथल (Oliver Bethell) ने कहा, “हमने यूरोपीय सर्च रिजल्ट्स में और बदलाव का प्रस्ताव दिया है ताकि सभी की मांगों को ध्यान में रखते हुए डीएमए के लक्ष्यों को पूरा किया जा सके।”
प्रस्तावित बदलावों में शामिल हैं:
- सर्च रिजल्ट्स में कॉम्पैरिजन साइट्स और सप्लायर वेबसाइट्स को समान रूप से प्रदर्शित करने के लिए नए और विस्तारित यूनिट्स।
- रिवाल्स को उनकी वेबसाइट्स पर कीमत और तस्वीरें दिखाने के लिए नए फॉर्मेट्स।
- कम्पैरिजन साइट्स के लिए नए एड यूनिट्स।
जर्मनी, बेल्जियम और एस्टोनिया में टेस्ट
गूगल ने जर्मनी, बेल्जियम और एस्टोनिया में सर्च रिजल्ट्स के लिए एक छोटा टेस्ट चलाने की योजना बनाई है। इसमें होटल की लोकेशन दिखाने वाले मैप और उसके नीचे के रिजल्ट्स को हटाने की बात कही गई है। यह पुराने “टेन ब्लू लिंक्स” फॉर्मेट जैसा होगा।
बेथल ने कहा, “हमें यह कदम उठाने में संकोच है, क्योंकि उपयोगी फीचर्स को हटाने से उपभोक्ताओं और व्यवसायों को लाभ नहीं होगा।”
प्रतिद्वंद्वी कंपनियों की प्रतिक्रिया
गूगल की प्रस्तावित योजना को ब्रिटिश प्राइस-कम्पैरिजन साइट केल्कू (Kelkoo) ने खारिज कर दिया। केल्कू के सीईओ रिचर्ड स्टेबल्स ने कहा, “यह प्रस्ताव गूगल के अपने कम्पैरिजन शॉपिंग सर्विसेज (CSS) को सर्च रिजल्ट्स में मिलने वाले फायदे को खत्म नहीं करता।”
जर्मन होटल एसोसिएशन ने भी इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि “ब्लू लिंक्स” पर वापसी उपभोक्ताओं के लिए कम सुविधाजनक और कम पारदर्शी होगी। उन्होंने कहा, “यह छोटे और स्वतंत्र होटलों के लिए प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल बनाता है और उन्हें थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स पर अधिक निर्भर करता है, जो भारी कमीशन लेते हैं।”
यूरोपीय आयोग की प्रतिक्रिया
यूरोपीय आयोग ने कहा कि वह गूगल के प्रस्तावित बदलावों की जांच कर रहा है। मार्च से आयोग गूगल की गतिविधियों पर नजर रख रहा है। डीएमए के उल्लंघन पर कंपनियों को उनकी वार्षिक वैश्विक टर्नओवर का 10 प्रतिशत तक जुर्माना भरना पड़ सकता है।
ईयू ट्रैवल टेक ने भी गूगल की आलोचना की। इसमें Booking.com, Amadeus, Airbnb और Expedia Group जैसे सदस्य शामिल हैं। उन्होंने कहा, “गूगल ऐसा लग रहा है कि नवाचार और प्रभावी समाधानों से पीछे हट रहा है।”
गूगल के प्रस्तावों पर अंतिम निर्णय लेने से पहले आयोग सभी पक्षों की चिंताओं को ध्यान में रखेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि डिजिटल मार्केट्स एक्ट के तहत बड़े तकनीकी दिग्गजों पर किस हद तक लगाम लगाई जा सकती है।