एप्पल अपने प्रोडक्ट्स में टेक्नोलॉजी अपग्रेड के लिए एक बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी अपने डिवाइस में सेलुलर सपोर्ट देने की योजना बना रही है। अभी तक, एप्पल के मैक कंप्यूटर और विज़न प्रो हेडसेट्स में केवल वाई-फाई और ब्लूटूथ सपोर्ट उपलब्ध है। लेकिन 2026 तक कंपनी अपने इन प्रोडक्ट्स में सेलुलर कनेक्टिविटी जोड़ सकती है। यह कदम एप्पल की नई “इन-हाउस” सेलुलर मॉडेम टेक्नोलॉजी की वजह से संभव हो पाएगा, जिसे “सिनोपे” कोडनेम दिया गया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सेलुलर मॉडेम का सबसे पहले इस्तेमाल चौथी पीढ़ी के iPhone SE मॉडल में होगा, जो 2025 की शुरुआत में लॉन्च होने की उम्मीद है। यह नया मॉडेम क्वालकॉम से मिलने वाले मॉडेम की जगह लेगा, जिससे कंपनी को अपनी डिवाइस को पतला बनाने में मदद मिलेगी।
फोल्डेबल आईफोन का सपना होगा साकार?
एप्पल के इन मॉडेम्स की मदद से iPhone मॉडल्स और भी पतले बनाए जा सकते हैं। 2025 में लॉन्च होने वाला iPhone 17 “एयर” मॉडल इसका जीता-जागता उदाहरण हो सकता है। यह मॉडल, जो प्लस मॉडल को रिप्लेस करेगा, एप्पल का अब तक का सबसे पतला आईफोन होगा। इस तकनीकी उन्नति के साथ, एप्पल फोल्डेबल डिवाइस की दिशा में भी कदम बढ़ा सकता है। जहां सैमसंग और हुवावे पहले ही फोल्डेबल स्मार्टफोन्स के साथ बाजार में उतर चुके हैं, एप्पल अभी “एक्सप्लोरिंग” स्टेज पर है।
विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी अपने फोल्डेबल फोन के डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी में परफेक्शन लाने के लिए समय ले रही है। अगर एप्पल फोल्डेबल डिवाइस लॉन्च करता है, तो यह न केवल टेक्नोलॉजी के मामले में, बल्कि प्रीमियम डिज़ाइन में भी नए मापदंड स्थापित कर सकता है।
विज़न प्रो और मैक को मिलेगा नया अपग्रेड
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि एप्पल का इन-हाउस मॉडेम केवल iPhone तक सीमित नहीं रहेगा। कंपनी इसे 2025 और 2026 में iPad और iPad Pro में शामिल करेगी। इसके बाद, 2026 में Mac कंप्यूटर और विज़न प्रो हेडसेट्स में भी यह टेक्नोलॉजी उपलब्ध होगी। यह अपग्रेड यूजर्स को हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन और बेहतर कनेक्टिविटी का अनुभव देगा।
एप्पल का यह तीन-वर्षीय प्लान न केवल डिवाइस को सेलुलर कनेक्टिविटी देगा, बल्कि कंपनी को अपने प्रोडक्ट्स की डिज़ाइन और परफॉर्मेंस को और बेहतर बनाने में भी मदद करेगा।
एप्पल का रणनीतिक कदम
इस कदम से एप्पल अपने प्रतियोगियों के मुकाबले एक मजबूत स्थिति में आ सकता है। क्वालकॉम पर निर्भरता कम होने से कंपनी अपनी डिवाइस की लागत को भी बेहतर तरीके से कंट्रोल कर सकेगी। इसके अलावा, इन-हाउस मॉडेम के जरिए डिवाइस को और हल्का और पतला बनाने का रास्ता भी खुलेगा।
भविष्य में, यह टेक्नोलॉजी एप्पल को अपने यूजर्स के लिए पूरी तरह कनेक्टेड इकोसिस्टम बनाने में मदद करेगी। मैक कंप्यूटर और विज़न प्रो हेडसेट्स जैसे डिवाइस में सेलुलर सपोर्ट का जुड़ना निश्चित रूप से प्रोफेशनल्स और एंटरप्राइज यूजर्स के लिए एक बड़ा एडवांटेज होगा।
इससे एप्पल के फोल्डेबल डिवाइस के डेवलपमेंट की गति भी तेज होगी। हालांकि, अभी तक फोल्डेबल फोन के लॉन्च को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।