Adobe के रिसर्चर्स ने एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल बनाया है, जो डिवाइस पर ही डॉक्युमेंट्स प्रोसेस कर सकता है। इसे SlimLM नाम दिया गया है। SlimLM इतनी छोटी साइज का है कि इसे स्मार्टफोन में इंटीग्रेट किया जा सकता है। खास बात यह है कि यह इंटरनेट के बिना भी काम कर सकता है।
AI पावर्ड डॉक्युमेंट प्रोसेसिंग का एक बड़ा फायदा यह है कि यूजर अपनी फाइल्स या कंटेंट से जुड़े सवाल सीधे AI से पूछ सकते हैं। लेकिन अभी तक मार्केट में मौजूद ज्यादातर AI टूल्स क्लाउड पर आधारित हैं। इसका मतलब है कि डाटा प्रोसेसिंग के लिए जानकारी सर्वर पर भेजनी पड़ती है। इस प्रोसेस से डाटा प्राइवेसी पर सवाल खड़े होते हैं।
डॉक्युमेंट प्रोसेसिंग में SlimLM का समाधान
क्लाउड-आधारित AI टूल्स की सबसे बड़ी समस्या है कि सेंसिटिव डाटा प्रोसेसिंग करते वक्त उसका दुरुपयोग हो सकता है। कंपनियां डाटा का इस्तेमाल अपने AI को ट्रेन करने के लिए कर सकती हैं। इसके अलावा, अगर सर्वर हैक हो जाए तो डाटा लीक का खतरा भी रहता है। Adobe ने इस समस्या को समझा और SlimLM पर काम शुरू किया।
Adobe के रिसर्चर्स ने SlimLM को लोकल डिवाइस पर रन करने के लिए डिज़ाइन किया है। इसकी सबसे छोटी वेरिएंट में केवल 125 मिलियन parameters हैं। इसका मतलब यह है कि SlimLM किसी स्मार्टफोन के ऑपरेटिंग सिस्टम में आसानी से फिट हो सकता है। SlimLM यूजर को भरोसा देता है कि उनके डॉक्युमेंट्स का डाटा डिवाइस से बाहर नहीं जाएगा।
SlimLM कैसे बनाया गया?
Adobe की टीम ने SlimLM पर कई एक्सपेरिमेंट किए। रिसर्चर्स ने बड़े-बड़े Large Language Models (LLMs) और छोटे Small Language Models (SLMs) पर काम किया। उनके लक्ष्य थे – AI मॉडल को छोटा बनाना, प्रोसेसिंग स्पीड को तेज करना और उसकी क्षमता को बरकरार रखना।
SlimLM को सैमसंग गैलेक्सी S24 जैसे स्मार्टफोन पर टेस्ट किया गया। टीम ने SlimPajama-627B नाम के एक फाउंडेशन मॉडल से इसे प्री-ट्रेन किया। फिर डॉक्युमेंट्स प्रोसेसिंग के लिए स्पेशलाइज्ड सॉफ्टवेयर DocAssist की मदद से इसे फाइन-ट्यून किया।
SlimLM की खासियतें
SlimLM का सबसे बड़ा फायदा है कि यह लोकल लेवल पर डॉक्युमेंट्स प्रोसेस कर सकता है। यूजर को इंटरनेट की जरूरत नहीं होती, जिससे उनकी जानकारी पूरी तरह से सुरक्षित रहती है। इसके अलावा, इसका साइज इतना छोटा है कि यह स्मार्टफोन पर आसानी से चल सकता है।
क्या है SlimLM की उपयोगिता?
यह AI मॉडल ऐसे लोगों के लिए बेहद काम का साबित हो सकता है, जिन्हें गोपनीय डॉक्युमेंट्स के साथ काम करना होता है। जैसे- सरकारी अधिकारी, वकील या कंपनी के अधिकारी। SlimLM के जरिए वे बिना किसी डर के डॉक्युमेंट्स को प्रोसेस कर सकते हैं।
SlimLM का भविष्य
हालांकि, यह रिसर्च पेपर arXiv नाम की एक ऑनलाइन जर्नल में पब्लिश हुआ है। यह एक प्री-प्रिंट प्लेटफॉर्म है, जहां पब्लिश होने वाले रिसर्च पेपर्स को पीयर-रिव्यू की जरूरत नहीं होती। इसलिए SlimLM के दावों की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। लेकिन अगर यह टेक्नोलॉजी सही साबित होती है, तो Adobe इसे अपने प्रोडक्ट्स के साथ इंटीग्रेट कर सकता है।
यह टेक्नोलॉजी यूजर्स को उनकी प्राइवेसी का भरोसा देती है और AI की प्रोसेसिंग को पहले से ज्यादा सुरक्षित और आसान बनाती है। आने वाले समय में SlimLM AI डॉक्युमेंट प्रोसेसिंग का नया मानक बन सकता है।
- Realme C75 4G जल्द लॉन्च हो सकता है, जानें फीचर्स और डीटेल्स
- Vivo X200 सीरीज़: नए फीचर्स और कलर ऑप्शंस के साथ जल्द होगी भारत में लॉन्च
- सैमसंग गैलेक्सी S25 सीरीज़: नए फीचर्स और लॉन्च डेट की चर्चाएँ जोश में
- सफारी के नए अपडेट में आए मजेदार बदलाव: जानिए डिटेल्स
- सिर्फ Jio यूजर्स के लिए Redmi A4 5G: जानें कीमत, फीचर्स और लिमिटेशन्स